Wyckoff चरणों की पहचान कैसे करें
Wyckoff पैटर्न का उपयोग करके ट्रेड कैसे करें
रिचर्ड वायकॉफ़ को तकनीकी विश्लेषण के अग्रदूतों में से एक माना जाता है। 20वीं सदी की शुरुआत में महत्वपूर्ण धन अर्जित करने के बाद, उन्होंने अपनी पद्धति के प्रमुख विचारों को अपनी पुस्तकों में साझा किया। सिद्धांतों को समझना आसान है, लेकिन उनपर महारत हासिल करने में समय लगता है। इस लेख में, हम Wyckoff के सिद्धांत पर गहराई से विचार करेंगे और देखेंगे कि Wyckoff चक्र के प्रमुख चरणों पर ध्यान केंद्रित करते हुए इसे फॉरेक्स मार्केट में कैसे लागू किया जा सकता है।
Wyckoff पद्धति क्या है?
रिचर्ड डी. वायकॉफ़ ने सुझाव दिया कि सभी मार्केट चक्रों में चलते हैं। अपनी पुस्तक 'स्टडीज इन टेप रीडिंग' में, उन्होंने एक चार-चरणीय चक्र की रूपरेखा प्रस्तुत की, जिसका मार्केट अनुसरण करता है। नीचे दिया गया चार्ट उनकी पद्धति का दृश्य प्रस्तुत करता है।
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1. संचय
2. मार्कअप
3. वितरण
4. मार्कडाउन
हम लेख में आगे इस पद्धति पर अधिक विस्तार से विचार करेंगे।
चलिए अब रिचर्ड वायकॉफ़ पर करीब से नज़र डालते हैं—20वीं सदी की शुरुआत के एक प्रभावशाली निवेशक और शेयर मार्केट विश्लेषक, जिनके सिद्धांत अभी भी फ़ॉरेक्स सहित सभी वित्तीय मार्केटों के लिए प्रासंगिक हैं।
एक युवा व्यक्ति के रूप में, वायकॉफ़ ने स्टॉक एक्सचेंज में काम करना शुरू किया, जहाँ उन्होंने ट्रेडरों और ब्रोकरों के साथ बातचीत की, अफवाहों और मार्केट की विफलताओं के कारणों का अध्ययन किया। उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि किसी ट्रेडर की सफलता समाचार पर निर्भर नहीं करती, क्योंकि मार्केट इसे तुरंत समाहित कर लेता है, जिससे प्रॉफिट के बहुत कम अवसर बचते हैं। हालाँकि अफवाहें कभी-कभी लाभदायक हो सकती हैं, लेकिन उन्हें सत्यापित करना कठिन होता है, और उनकी सटीकता की भविष्यवाणी करना लगभग असंभव है।
वायकॉफ़ ने वस्तुनिष्ठ मार्केट डेटा पर ध्यान केंद्रित करने की सिफारिश की: एसेट की कीमत, ट्रेडिंग वॉल्यूम, और प्रमुख स्तर और ट्रेंड्स, जो ट्रेडिंग की महत्वपूर्ण जानकारी को दर्शाते हैं। उन्होंने इस विचार के आधार पर एक ट्रेडिंग प्रणाली विकसित की कि मार्केट के बड़े सहभागियों—जो किसी एसेट का बड़ा वॉल्यूम ट्रेड करते हैं—को हर किसी की तरह अपनी पोजीशन का एहसास होना चाहिए।
इन बड़े प्रतिभागियों को 'भीड़' से मांग का अनुमान लगाने की जरूरत है, कीमत के मौजूदा स्तरों पर प्रॉफिट को अधिकतम करने के लिए, इसे बहुत अधिक या बहुत कम करने से बचने के लिए कीमत में सावधानीपूर्वक हेरफेर करना होगा।
इस गतिशीलता में, अनुभवी ट्रेडर्स छोटे प्रॉफिट के पीछे भागते हैं, और कीमत की चाल के एक पूर्वानुमानित पैटर्न का पालन करते हैं: जबकि मार्केट अक्सर बग़ल में चलती है, यह नियमित रूप से मानक से ऊपर या नीचे के स्तर पर स्थानांतरित होती रहती है।
वायकॉफ़ पद्धति तीन मूलभूत नियमों पर आधारित है:
- आपूर्ति और मांग का नियम: यह नियम कहता है कि जब मांग बढ़ती है, तब कीमतें बढ़ती हैं और जब मांग घटती है, तब कीमतें गिरती हैं। कीमत में वृद्धि खरीदारों में वृद्धि का संकेत देती है, जबकि कीमत में कमी विक्रेताओं की कमी का संकेत देती है। वायकॉफ़ की पद्धति में, इन कारणों के प्रभाव का विश्लेषण करने के लिए ग्राफ़ का उपयोग किया जाता है। उन्होंने संचय और वितरण चरणों की अवधि के आधार पर ट्रेडिंग लक्ष्य निर्धारित करने का प्रस्ताव रखा। इससे ट्रेडरों को कीमत के समेकन या ब्रेकआउट की अवधि के बाद मार्केट के वॉल्यूम में वृद्धि का अनुमान लगाने में मदद मिलती है।
- कारण और प्रभाव का नियम: इस नियम के अनुसार, विशिष्ट घटनाक्रम आपूर्ति और मांग को बदल देते हैं, जिससे अपट्रेंड या डाउनट्रेंड पैदा होता है। ट्रेडर्स इस नियम का उपयोग प्रॉफिट का लक्ष्य निर्धारित करने के लिए करते हैं। वायकॉफ़ ने इसे वित्तीय मार्केटों में सबसे महत्वपूर्ण सिद्धांतों में से एक के रूप में रेखांकित किया है। नियम से पता चलता है कि यदि मांग आपूर्ति से अधिक हो जाती है, तो कीमतें बढ़ेंगी, जो खरीद में रुचि बढ़ने का संकेत है। इसके विपरीत, यदि मांग आपूर्ति से कम है, तो कीमतें गिरेंगी, जिससे एसेट में कम रुचि दिखाई देगी।
- प्रयास बनाम परिणाम का नियम: यह नियम बताता है कि कीमत में बदलाव और ट्रेडिंग वॉल्यूम के बीच विसंगति संभावित ट्रेंड में बदलाव का संकेत देती है। यदि कीमत और वॉल्यूम में सामंजस्य है, तो ट्रेंड जारी रहने की संभावना रहेगी। हालाँकि, यदि इनमें कोई बेमेल है, तो ट्रेंड उलट सकता है। उदाहरण के लिए, फ़ॉरेक्स मार्केट में, लंबे समय तक एक बेयरिश ट्रेंड के बाद, कीमत के न्यूनतम उतार-चढ़ाव के साथ वॉल्यूम में वृद्धि से पता चलता है कि बदलाव पैदा हो रहा है। उच्च वॉल्यूम मार्केट के मजबूत प्रयास की तरफ़ इशारा करती है, जबकि कीमत में बड़ी गिरावट की कमी डाउनट्रेंड के अंत की ओर इशारा करती है।
इसके अतिरिक्त, वायकॉफ़ ने 'समग्र व्यक्ति' की अवधारणा का परिचय दिया, जिसे 'ऑपरेटर' के रूप में भी जाना जाता है। वायकॉफ़ के ढांचे में, यह उस सामूहिक शक्ति को संदर्भित करता है, जो मार्केट की गति को संचालित करती है। सरलता के लिए, इसे एकल इकाई के रूप में चित्रित किया गया है, हालांकि वास्तव में, यह कई मार्केट सहभागियों का प्रतिनिधित्व करता है—जैसे प्रमुख निवेशक और संस्थागत प्रतिभागी। समग्र व्यक्ति औसत ट्रेडर से काफी अलग व्यवहार करता है, जो अक्सर घाटे का अनुभव करता है। परिणामस्वरूप, किसी सफल ट्रेडर का मुख्य कार्य ऑपरेटर के इरादों को समझना और उसके अनुसार कार्य करना है।
Wyckoff मार्केट चक्र
बड़े और अनुभवी प्रतिभागियों की क्रियाओं के प्रभाव में कीमत चक्र के चार चरणों (फेज़) से गुजरती है: संचय, मार्कअप, मार्कडाउन, और वितरण।
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1. Accumulation
2. Markup
3. Distribution
4. Markdown
चलिए इन चरणों पर विस्तार से विचार करते हैं।
चरण 1. Wyckoff संचय एक साइडवेज चरण है, जहाँ बड़े प्रतिभागी लॉन्ग पोजीशन्स का संचय करते हैं, जिससे कीमत की बड़ी चाल को रोका जाता है।
चरण 2. मार्कअप—ऊपर की चाल एक क्लासिक उभरता हुआ ट्रेंड है, जिसमें निचले और उच्च स्तर बढ़ते हैं। इस समय पर, सिक्यूरिटीज़ अनभिज्ञ ट्रेडरों ('भीड़') का ध्यान आकर्षित करती हैं, और अनुभवी ट्रेडर्स कीमत को होल्ड किए बिना प्रॉफिट का एक हिस्सा तय करते हैं।
चरण 3. Wyckoff वितरण चरण 1 का एक उल्टा (प्रतिबिंबित) रूप है, यानि कि इसमें विपरीत तर्क है: बड़े प्रतिभागी क्रमिक रूप से अपने वर्तमान एसेट्स को बेचते हैं (अनलोड करते हैं)।
चरण 4. मार्कडाउन—निचली इम्पल्स। गैर-लाभकारी पोजीशन्स का दबाव उन्हें तत्काल समापन की ओर लेकर जाता है, जो अत्यधिक आपूर्ति के कारण मार्केट में गंभीर गिरावट का कारण बनता है। इस समय पर, अनुभवी प्रतिभागी एसेट्स को फिर से खरीद सकते हैं।
Wyckoff चरणों की पहचान कैसे करें
चरणों का निर्धारण करने के लिए कई कदम होते हैं। चलिए उन्हें विस्तार से देखें।
संचय चरण
संचय चरण में, मार्केट ट्रेंड की दिशा में एक संभावित परिवर्तन का संकेत दिखाती है। सबसे पहले, प्रारंभिक सपोर्ट (PS) दिखाई देता है, जो पहली बार संकेत देता है कि खरीदार एक बेयरिश ट्रेंड की अवधि के बाद रुचि दिखा रहे हैं। ट्रेडिंग वॉल्यूम बढ़ता है और कीमतें धीमी होती हैं। इसके बाद SC आता है—सेल्स क्लाइमेक्स, एक ऐसी अवधि, जिसमें मार्केट में बड़े पैमाने पर एसेट्स की डंपिंग होती है, जो अक्सर डाउनट्रेंड के अंत का संकेत देती है। SC के बाद, AR—ऑटोमैटिक रैली पर ध्यान दें। कीमत की तेज़ और अक्सर तीव्र रिकवरी आमतौर पर कम वॉल्यूम के साथ पैदा होती है। फ़िर, मार्केट ST—सेकंडरी टेस्ट से गुज़रता है। कीमतें कम वॉल्यूम के साथ SC के निचले स्तरों पर लौटती हैं, ताकि यह परीक्षण किया जा सके कि विक्रय का दबाव कम हो गया है या नहीं।
नीचे दिए गए चार्ट में अगले चरण का वर्णन किया गया है।
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1. प्रारंभिक सपोर्ट (PS)
2. सेल्स क्लाइमेक्स (SC)
3. ऑटोमैटिक रैली (AR)
4. सेकेंडरी टेस्ट (ST)
5. सपोर्ट
6. रेजिस्टेंस
7. स्प्रिंग
अंत में, स्प्रिंग की तलाश करें—ट्रेडिंग रेंज के नीचे कीमत की एक छोटी चाल, जो जल्दी उलट जाती है। यह वृद्धि चरण के शुरू होने से पहले अंतिम बेयर ट्रैप हो सकता है।
वितरण चरण
Wyckoff वितरण चरण संभावित अपट्रेंड के अंत का संकेत देता है। यह एक प्री-बिड (PSY) के साथ शुरू होता है, एक अपट्रेंड के बाद बढ़ते वॉल्यूम और धीमी मूल्य वृद्धि की विशेषता वाले विक्रय दबाव का पहला संकेत। इसके बाद खरीदारी का चरम बिंदु (BC) आता है, एक बहुत उच्च वॉल्यूम वाली सक्रिय खरीदारी की अवधि, जो अक्सर अपट्रेंड के अंत का संकेत देती है। BC के बाद, ऑटोमैटिक प्रतिक्रिया (AR) पर नजर रखें, एक तीव्र और बार-बार आने वाली तेज गिरावट, जो आमतौर पर कम वॉल्यूम में पैदा होती है। फ़िर मार्केट सेकंडरी टेस्ट (ST) से गुज़रता है, जब कीमत BC के ऊपरी स्तरों पर कम वॉल्यूम पर लौटती है, यह देखने के लिए कि खरीदारी का दबाव समाप्त हो गया है या नहीं।
अंत में, वितरण के बाद अपट्रेंड (UTAD) पर ध्यान दें, जो ट्रेडिंग रेंज के ऊपर एक छोटी चाल होती है, जो जल्द उलट जाती है और अक्सर बुल्स के लिए अंतिम ट्रैप के रूप में कार्य करती है, डिस्काउंट चरण शुरू होने से पहले। एक बार जब आप Wyckoff पैटर्न के चरण को पहचान लेते हैं, तो आप ट्रेडिंग जारी रख सकते हैं।
हम इस पर थोड़ी देर बाद चर्चा करेंगे। पहले, चलिए इस तकनीकी टूल के लाभ और हानि पर ध्यान केंद्रित करें।
Wyckoff पैटर्न के लाभ और हानि
पद्धति की ताकत में व्यापक विश्लेषण, प्रभावी जोखिम नियंत्रण, वस्तुनिष्ठ मार्केट सिग्नन्स और ट्रेडिंग वॉल्यूम के साथ कीमत का अध्ययन शामिल है। Wyckoff ने एक नए प्रकार का चार्ट, डॉट-डॉट चार्ट भी विकसित किया है, जो आपको कीमत के लक्षित स्तर (यानि कि एसेट कितना बढ़ेगा या गिरेगा) की भविष्यवाणी करने की अनुमति देता है।
फ़ॉरेक्स मार्केट में इस पद्धति को लागू करने के कई फायदे हैं:
- मार्केट चक्रों का विश्लेषण। यह पद्धति आपको एसेट्स के विकास के विभिन्न चरणों की पहचान करने की अनुमति देती है।
- एंट्री और एग्जिट बिंदु निर्धारित करना। Wyckoff पैटर्न ट्रेडरों को खरीदारी और बिक्री के लिए सर्वश्रेष्ठ समय निर्धारित करने में मदद करता है।
- मार्केट के ट्रेंड्स की जागरूकता। यह आपको मार्केट में पैसे की आवाजाही को बेहतर ढंग से समझने की अनुमति देता है।
हालांकि, इस पद्धति के कुछ नुकसान भी हैं:
- छोटी-अवधि के ट्रेडरों के लिए उपयुक्त नहीं है। छोटी-अवधि के ट्रेडरों के लिए Wyckoff पद्धति से बेहतर विकल्प मौजूद हैं।
- लागू करने में कठिनाई। इस दृष्टिकोण के लिए कई मार्केट कारकों के गहन विश्लेषण की आवश्यकता होती है: सपोर्ट और रेजिस्टेंस स्तर, कीमत और ट्रेडिंग वॉल्यूम का अनुपात, साथ ही एक साथ कई विकल्पों पर विचार।
आमतौर पर, इस पद्धति के साथ ट्रेडिंग करने के लिए एक व्यवस्थित दृष्टिकोण और Wyckoff और उनके अनुयायियों द्वारा उल्लिखित सैद्धांतिक सिद्धांतों के गहन अध्ययन की आवश्यकता होती है।
Wyckoff पैटर्न का उपयोग करके ट्रेड कैसे करें
पद्धति Wyckoff के सिद्धांतों, रणनीतियों और ट्रेडिंग नियमों पर आधारित है। फॉरेक्स में Wyckoff पैटर्न का उपयोग करने के लिए यहां चरण-दर-चरण दृष्टिकोण दिया गया है:
- मार्केट की वर्तमान स्थिति का विश्लेषण करें और भविष्य के लिए पूर्वानुमान बनाएँ। मूल्यांकन करें कि मार्केट ऊपर जा रही है या नीचे।
- एक एसेट चुनें, जो ट्रेंड की दिशा के अनुरूप हो। उन एसेट्स पर ध्यान दें, जो ऊपर की ओर अधिक शक्ति दिखाते हैं और नीचे की ओर कम कमजोरी दिखाते हैं।
- संचय या वितरण चरण में एसेट का चयन करें (यदि आप सेल कर रहे हैं)। ऐसे एसेट की कीमत बढ़ सकती है और आपकी लक्षित कीमत तक या उससे भी आगे पहुँच सकती है।
- एसेट के आगे बढ़ने की तत्परता का आकलन करें। इसकी कीमत, वॉल्यूम, और समग्र मार्केट गतिशीलता का अध्ययन करें। सुनिश्चित करें कि आपका चयन उचित है और आप पोजीशन को खोलने के लिए तैयार हैं।
- मार्केट के बड़े रिवर्सल का लाभ उठाने के लिए अपने ट्रेड का समय निर्धारित करें। यदि आपको लगता है कि मार्केट उलट रही है और बढ़ रही है, तो एसेट बाय करें। अगर आपके विश्लेषण से पता चलता है कि मार्केट गिर जाएगी, तो एसेट सेल करें।
अंतिम विचार
- Wyckoff पद्धति एक तकनीकी विश्लेषण टूल है, जो निवेशकों को निर्धारित करने की अनुमति देता है कि कौन सा एसेट खरीदना चाहिए और उसे कब खरीदना उचित रहेगा।
- पद्धति का सार मार्केट के चक्रों का विश्लेषण करना है, जो Wyckoff के अनुसार कीमत की चालों को निर्धारित करता है।
- चक्र चार चरणों से बना होता है: संचय, मार्कअप, वितरण, और मार्कडाउन।
- Wyckoff का मानना था कि कीमत का ट्रेंड कभी भी पूरी तरह से दोहराया नहीं जाता है, और निर्णय लेते समय कीमत के पिछले व्यवहार पर विचार किया जाना चाहिए।
- Wyckoff सिद्धांत को लागू करने पर ट्रेडरों को मार्केट के चक्र के विश्लेषण के आधार पर एसेट्स की खरीद और बिक्री के बारे में अधिक सूचित निर्णय लेने में मदद मिलती है।