फ़ॉरेक्स के साथ कमाई के लिए शुरुआती गाइड

14 Aug, 2018 7 मिनट में पढ़ें

अपने मुश्किल चार्ट, इकोनॉमिक इंडीकेटर्स, विश्लेषण और शिक्षा सम्बन्धी संसाधनों की कमी के साथ, फ़ॉरेक्स की दुनिया शुरू में जटिल और चुनौतीपूर्ण लग सकती है। हमारा उद्देश्य फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग को सरलता से समझाना है, जिससे आप इसे स्पष्ट रूप से और एक मजबूत आधार के साथ अपना सकें। फ़ॉरेक्स के बुनियादी सिद्धांतों को जानें और ट्रेडिंग से पैसा बनाने वाले पेशेवर ट्रेडर बनने की दिशा में अपना रास्ता बनाएं। इस आर्टिकल में निम्नलिखित विषयों को शामिल किया जाएगा:

फ़ॉरेक्स मार्केट क्या होता है?

फ़ॉरेक्स मार्केट, या करेंसी एक्सचेंज मार्केट, एक विकेंद्रीकृत ग्लोबल मार्केट है जहां लोग मुद्राओं को बेचते हैं और खरीदते हैं। यह दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे तरल वित्तीय बाजार है, जिसमें प्रतिदिन खरबों डॉलर का लेन-देन होता है। यह दिन में 24 घंटे, सप्ताह में पांच दिन, विभिन्न समय क्षेत्रों में संचालित होता है। यह लगभग हर समय क्षेत्र में प्रमुख वित्तीय केंद्रों के आसपास काम करता है: न्यूयॉर्क, लंदन, ज़्यूरिख़, पेरिस, फ्रैंकफर्ट, हांगकांग, सिंगापुर और सिडनी। इसका मतलब है कि आप लगातार करेंसी ट्रेडिंग कर सकते हैं।

बैंक, वित्तीय संस्थान, व्यवसाय, सरकारें और करेंसी ट्रेडर इस मार्केट के प्रमुख भागीदार हैं। फ़ॉरेक्स मार्केट के प्रतिभागी बैंकों, ब्रोकर और दूसरे वित्तीय संस्थानों के वैश्विक नेटवर्क के माध्यम से ट्रेड करते हैं। उदाहरण के लिए, कोई प्रसिद्ध अमेरिकी कंपनी जापान से सामान खरीदना चाहती है। उसे अमेरिकी डॉलर को जापानी येन में बदलना होगा। फ़ॉरेक्स मार्केट में यह एक्सचेंज वर्तमान दर पर होता है।

फ़ॉरेक्स ट्रेडर कौन होते हैं?

फ़ॉरेक्स ट्रेडर मुद्राओं को खरीदते और बेचते हैं और इस प्रकार फ़ॉरेक्स मार्केट में भाग लेते हैं। इनमें व्यक्तिगत खुदरा ट्रेडर्स से लेकर बड़ी वित्तीय संस्थाओं में संस्थागत ट्रेडर्स तक होते हैं। फिर भी, उनका उद्देश्य एक ही है - करेंसी एक्सचेंज रेट में उतार-चढ़ाव से लाभ।

वे हर दिन फ़ॉरेक्स मार्केट पर नज़र रखते हैं और अपने वित्तीय इंस्टूमेंट्स के लिए ऑर्डर लगाकर और क्लोज करके ट्रेड करते हैं। लाभदायक ट्रेड करने के लिए, ट्रेडर्स चार्ट, वित्तीय समाचार और मार्केट के ट्रेंड की सावधानीपूर्वक जांच करते हैं। करेंसी के उतार-चढ़ाव का सफलतापूर्वक अनुमान लगाने के लिए, वे कई तकनीकी विश्लेषण टूल का भी उपयोग करते हैं।

ट्रेड करने के अवसर पहचान लेने के बाद, वे ट्रेड करने के लिए ब्रोकर या ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हैं। इसके तहत इच्छानुसार प्राइस के स्तरों पर विशेष करेंसी जोड़ी खरीदने या बेचने के लिए ऑर्डर लगाए जाते हैं।

फ़ॉरेक्स ट्रेडर विभिन्न ट्रेडिंग रणनीतियों का उपयोग करते हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • डे ट्रेडिंग: एक दिन के भीतर कई ट्रेड करना
  • स्विंग ट्रेडिंग: कुछ दिनों से लेकर हफ्तों तक पोजीशन को बनाए रखना
  • पोजीशन ट्रेडिंग: हफ्तों से लेकर महीनों तक लॉन्ग पोजीशन बनाए रखना।
तेज़ गति वाले माहौल के कारण वे अपनी ट्रेडिंग रणनीतियों की समीक्षा और उनमें बदलाव भी कर सकते हैं। वे विश्लेषण करते हैं, जोखिम को प्रबंधित करते हैं और मार्केट की लगातार बदलती स्थितियों के अनुसार खुद को ढालते हैं।

फ़ॉरेक्स ट्रेडर ट्रेडिंग से कमाई कैसे करते हैं?

फ़ॉरेक्स मार्केट में अनुमान लगाने की प्रक्रिया मुख्य घटक है। ट्रेडर करेंसी की कीमतों में बदलाव का पूर्वानुमान लगाने और उसके अनुसार पोजीशन खोलने का प्रयास करते हैं। जब FX ट्रेडर्स को कोई लाभदायक अवसर मिलता है, तो वे ब्रोकर के माध्यम से ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर ट्रेड करते हैं। उनकी निवेश शैली और उद्देश्य के आधार पर उनके पास कई तरह की रणनीतियां होती हैं।

  • स्कैल्पर्सकई छोटे प्राइस मूवमेंट के अनुसार बार-बार थोड़े समय के लिए कई पोजीशन बनाकर, स्केलपर्स मिनटों के प्राइस में होने वाले बदलाव से लाभ कमाना चाहते हैं।
  • डे ट्रेडर्स:डे ट्रेडर्स जिस दिन अपनी पोजीशन खोलते हैं उसी दिन उसे क्लोज करते हैं। वे छोटे समय के प्राइस में उतार-चढ़ाव पर ध्यान लगाते हैं और अक्सर तकनीकी विश्लेषण और चार्ट पैटर्न का उपयोग करते हैं।
  • स्विंग ट्रेडर्स: स्विंग ट्रेडर्स महत्वपूर्ण ट्रेंड के भीतर प्राइस मूवमेंट्स के अनुसार ट्रेड करने के लक्ष्य के साथ कई दिनों से लेकर हफ्तों तक पोजीशन बनाए रखते हैं। वे तकनीकी विश्लेषण का उपयोग करते हैं और फंडामेंटल तथ्यों को भी ध्यान में रखते हैं।
  • पोजीशन ट्रेडर्स: पोजिशन ट्रेडर्स लम्बे समय के लिए पोजीशन बनाते हैं, वे हफ्तों, महीनों या यहां तक ​​कि सालों तक के लिए पोजीशन बनाए रखते हैं। वे महत्वपूर्ण प्राइस ट्रेंड पर ध्यान केंद्रित करते हैं और फंडामेंटल विश्लेषण पर भरोसा करते हैं।
  • ट्रेंड फॉलोअर्स: ट्रेंड फॉलोअर्स महत्वपूर्ण प्राइस ट्रेंड की पहचान करते हैं और उनके अनुसार ट्रेड करते हैं। उनका लक्ष्य लगातार प्राइस मूवमेंट से लाभ कमाना है और आमतौर पर तकनीकी विश्लेषण का उपयोग करते हैं।
  • मोमेंटम ट्रेडर्स: मोमेंटम ट्रेडर्स महत्वपूर्ण प्राइस मूवमेंट वाले स्टॉक या एसेट्स की तलाश करते हैं। उनका लक्ष्य लगातार ट्रेंडों का लाभ उठाना है और एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स की पहचान करने के लिए टेक्निकल इंडिकेटर का उपयोग करते हैं।
  • वैल्यू इन्वेस्टर: वैल्यू इन्वेस्टर फंडामेंटल विश्लेषण के आधार पर कम मूल्य वाले शेयरों का पता लगाते हैं। वे अपने संभावित लम्बे समय में होने वाले विकास से लाभ कमाने के लक्ष्य के साथ, अपने इन्ट्रिंसिक वैल्यू से नीचे कारोबार करने वाली ठोस बुनियादी कंपनियों की तलाश करते हैं।
  • एल्गोरिदमिक ट्रेडर: एल्गोरिदमिक ट्रेडर पहले से तय नियमों और एल्गोरिदम के आधार पर ट्रेड करने के लिए कंप्यूटर प्रोग्राम और ऑटोमैटिक ट्रेडिंग सिस्टम का उपयोग करते हैं। ये ट्रेडर अक्सर तेज निर्णय लेने और ट्रेड करने के लिए तकनीकी का लाभ उठाते हैं।
व्यक्तिगत करेंसी ट्रेडर रणनीतियों को जोड़ सकते हैं और अपनी प्राथमिकताओं और करेंसी मार्केट की वर्तमान स्थिति के आधार पर अपना विशेष दृष्टिकोण अपना सकते हैं। लोकप्रिय ट्रेडिंग रणनीतियों के बारे में हमारी विस्तृत गाइड देखें। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग में जोखिम भी होता है, और सभी निर्णय लाभदायक नहीं होते हैं। अगर ट्रेडर का अनुमान गलत निकलता है या मार्केट की स्थितियाँ अप्रत्याशित रूप से बदलती हैं तो उन्हें नुकसान भी हो सकता है। गंभीर गलतियों से बचने के लिए, ट्रेडर विभिन्न जोखिम-प्रबंधन रणनीतियाँ लागू करते हैं।

ट्रेडर पैसे खोने का जोखिम कैसे कम करते हैं?

जोखिम प्रबंधन फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग का एक महत्वपूर्ण पहलू है जो संभावित नुकसान को कम करने और पैसे को बचाने में मदद करता है। FX मार्केट में वोलैटिलिटी की प्रकृति को ध्यान में रखते हुए, सफल ट्रेडर विभिन्न जोखिम प्रबंधन रणनीतियां लागू करते हैं। आइए उनमें से कुछ पर नजर डालें:

  1. विविधीकरण: ट्रेडर केवल एक करेंसी जोड़ी पर निर्भर रहने के बजाय अपना निवेश अलग-अलग जगहों पर करते हैं। उदाहरण के लिए, कमोडिटी, इंडेक्स, स्टॉक और बहुत कुछ। यह दृष्टिकोण पूरे पोर्टफोलियो प्रदर्शन पर एक करेंसी के प्रभाव को कम करने में मदद करता है।
  2. स्टॉप लॉस ऑर्डर: ट्रेडर अक्सर किसी ट्रेड में होने वाले संभावित नुकसान को सीमित करने के लिए इन ऑर्डर का उपयोग करते हैं। यह एक पूर्व निर्धारित प्राइस लेवल होता है जिस पर ऑर्डर ऑटोमैटिक रूप से क्लोज हो जाता है, इससे यह सुनिश्चित किया जाता है कि नुकसान एक सहनीय सीमा के भीतर ही रहे।
  3. भावनात्मक ट्रेड से बचें: ट्रेडर शांत रहें क्योंकि आशा, लालच या भय जैसी अनावश्यक भावनाएं नुकसान का कारण बन सकती हैं।
यह ध्यान रखना आवश्यक है कि लम्बी सफलता के लिए जोखिम प्रबंधन किसी ट्रेडर की योजना का एक अभिन्न अंग होना चाहिए।

एक सफल ट्रेडर कैसे बनें: 5 चरण

FX ट्रेडिंग की लगातार बदलते रहने वाली दुनिया में आगे रहने के लिए ट्रेडर लगातार अपने कौशल को निखारते हैं और उन्हें एडवांस बनाते हैं। अपनी विशेषज्ञता बढ़ाने के लिए इन चरणों का पालन करें:

  • शिक्षा और ट्रेनिंग: शैक्षिक संसाधनों के माध्यम से फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग की गहरी जानकारी प्राप्त करें। ऑनलाइन पाठ्यक्रमों को पढ़ें, वेबिनार में भाग लें, किताबें पढ़ें, या प्रतिष्ठित स्रोतों से ट्रेडिंग कार्यक्रमों में भाग लें। शिक्षा सम्बन्धी सामग्री तकनीकी और फंडामेंटल विश्लेषण, रिस्क मैनेजमेंट, ट्रेडिंग मनोस्थिति और ट्रेडिंग की विशेष रणनीतियों को कवर करती है।
  • डेमो ट्रेडिंग अकाउंट और अभ्यास: ट्रेडर्स अधिकतर ऑनलाइन ब्रोकरों द्वारा उपलब्ध कराए गए डेमो ट्रेडिंग अकाउंट का उपयोग करते हैं। ये अकाउंट ट्रेडर को वर्चुअल फंड के साथ रिस्क मुक्त वातावरण में ट्रेडिंग का अभ्यास और अपने कौशल को परखने की सुविधा देते हैं। वे ट्रेडर को व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने, उनकी तकनीकों को बेहतर करने और वास्तविक धन को किसी भी रिस्क में डाले बिना फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग प्लैटफ़ॉर्म के काम करने के तरीके को समझने में मदद करते हैं।
  • विश्लेषण, शोध, और मार्केट की समझ ट्रेडर के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। ट्रेडर मार्केट के नवीनतम ट्रेंड, ख़बरों और उन वित्तीय घटनाओं के बारे में सूचित रहने के लिए लगातार विश्लेषण और शोध करते हैं जो संभावित रूप से करेंसी के प्राइस को प्रभावित कर सकते हैं। वे वित्तीय समाचारों पर नजर रखते हैं, चार्ट का विश्लेषण करते हैं, और पैटर्न और संभावित ट्रेड के अवसरों की पहचान करने के लिए तकनीकी इंडिकेटरों का उपयोग करते हैं। मार्केट के घटनाक्रमों से अपडेट रहकर, ट्रेडर मार्केट की वर्तमान स्थितियों के आधार पर सूचित निर्णय ले सकते हैं।
  • विशेषज्ञों से सीखना: कई ट्रेडर अनुभवी ट्रेडर से सीखने के लिए उनका मार्गदर्शन चाहते हैं या ट्रेडिंग समुदायों में शामिल होते हैं। फ़ॉरेक्स ट्रेडर ऑनलाइन ट्रेडिंग सत्रों में में भी भाग लेते हैं, सोशल ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म से जुड़ते हैं, और अपने जैसे दूसरे लोगों से जुड़ने के लिए ट्रेडिंग मीटअप में भाग लेते हैं। ये गतिविधियां उन्हें फ़ॉरेक्स मार्केट में सफल व्यक्तियों से मार्केट की गहरी समझ प्राप्त करने का मौका देती हैं। अनुभवी ट्रेडर से सीखना किसी के ट्रेडिंग कौशल को बढ़ाने के लिए मूल्यवान दृष्टिकोण, तरीके और रणनीतियाँ दे सकता है।
  • लगातार मूल्यांकन करना और सीखना: सफल ट्रेडर नियमित रूप से अपने ट्रेडिंग कौशल का मूल्यांकन करते हैं। वे पहले लगाए गए ऑर्डरों का विश्लेषण करते हैं, जिसमें वे अपनी ताकत और कमजोरियों की पहचान करते हैं और अपनी रणनीतियों को उसी अनुसार एडजस्ट करते हैं। आत्म-चिंतन और बदलाव की यह प्रक्रिया ट्रेडर को समय के साथ उन्नति और सुधार करने की सुविधा देती है।

Octa के साथ ट्रेडिंग से कैसे कमाई करें

एक सही ब्रोकरेज सर्विस किसी भी वित्तीय लक्ष्य को पाने का सही रास्ता दिखा सकती है। आप इन चरणों का पालन करके एकप्रतिष्ठित फ़ॉरेक्स ब्रोकर के साथ एक प्रोफेशनल ट्रेडर बन सकते हैं:

  1. Octa रियल अकाउंट खोलेंयाडेमो ट्रेडिंग शुरू करें
  2. एक सुविधाजनक ट्रेडिंग प्लेटफार्म चुनें: मेटाट्रेडर वेब टर्मिनल या हमारा खुद का प्लटफॉर्म Octa ट्रेडर
  3. Octa में डिपॉज़िट कैसे करेंगाइड के अनुसार अपना पहला डिपॉज़िट करें।
  4. गाइडमेटाट्रेडर 4 या मेटाट्रेडर 5 पर ट्रेडिंग कैसे शुरू करें को फॉलो करते हुए अपना पहला ट्रेड करें।

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